गोचर नियम अनुसार ग्रहों की स्थ्ति भाव अनुरुप फल प्रदान करती है. चंद्रमा का गोचर भी उसी अनुसार काम करता है. जन्म कुंडली में चंद्रमा का असर जिस भाव में होगा उसी अनुसार परिणाम मिलते हैं. गोचर के चंद्रमा को जब जन्म कुंडली में जन्मकालीन चंद्रमा की स्थिति से देखा जाता है तब उसके असर को समझा जाता है. 

जन्म कुंडली के पहले, तीसरे, छठे, दसवें और  ग्यारहवें भाव में गोचर करता हुआ चंद्रमा अच्छे परिणाम देता है. इसके अलावा गोचर के प्रभाव अनुसार जीवन में कुछ चुनौतियां अधिक बनी हुई दिखाई देती हैं. चंद्रमा 28 दिनों में एक राशि चक्र पूरा करता है, वह एक राशि में लगभग 2.5 दिन बिताता है. चंद्रमा मन और भावनाओं से संबंधित है. इसकी तेज गति हमारे दैनिक स्वभाव और भावनाओं में आने वाले उतार-चढ़ाव पर असर डालती है. 

चंद्र गोचर का सभी 12 भावों में फल 

चंद्रमा का पहले भाव में गोचर फल 

चन्द्रमा के पहले भाव में गोचर का असर रिश्तों एवं मानसिकता में होने वाले बदलावों का होता है. इस समय के दोरान व्यक्ति अपने आस पास की चीजों को लेकर बहुत अधिक सोच विचार करता है. इस समय आर्थिक स्थिति में खर्च की अधिकता रहती है. अधिक तनाव ओर चिंता बढ़ सकती है. 

चंद्रमा का दूसरे भाव में गोचर फल 

चंद्रमा का दूसरे भाव में गोचर होने पर व्यक्ति को आर्थिक रुप से लाभ की प्राप्ति होती है. दूसरे भाव में गोचर करता हुआ चंद्रमा व्यक्ति को काफी उत्साहित बना सकता है. व्यक्ति सुखी और संतुष्ट दिखाई देता है. गोचर के दौरान फैमली में संपत्ति को लेकर बातें अधिक बढ़ जाती हैं. इस अवधि तक कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल बढ़ता है. बातचीत और नई चीजों में शामिल रहते हैं. 

चंद्रमा का तीसरे भाव में गोचर फल 

चंद्रमा के तीसरे भाव में गोचर का प्रभाव परिश्रम को अधिक बढ़ा देने वाला होता है. भागदौड़ एवं यात्रा का समय होता है.  धन लाभ भी संभव है. यह एक सकारात्मक अवधि है क्योंकि जातक के प्रयास सकारात्मक रुप से काम करते हैं. भावनात्मक संतुष्टि को पाते हैं, इस दौरान चीजों को लेकर व्यक्ति के भीतर अधिक जिज्ञासा भी बनी रहती है. रोमांस और रोमांच को लेकर व्यक्ति अधिक उत्साहित दिखाई देता है. 

चंद्रमा का चतुर्थ भाव में गोचर फल 

चंद्रमा का चतुर्थ भाव में गोचर घर परिवार के साथ मेल को बढ़ाता है. परिवार में कुछ कार्यों के होने की की उम्मीद कर सकते हैं. मित्रों और रिश्तेदारों से मुलाकात का समय होता है. काम काज को लेकर सम्मान और पहचान मिलती है. स्वास्थ्य को लेकर थोड.अ ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. नई चीजों की खरीद फरोख्त का समय भी होता है. इस समय पर दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका कम मिल पाता है. 

चंद्रमा का पंचम भाव में गोचर फल 

चंद्रमा का पंचम भाव में गोचर फल व्यक्ति के लिए भावनाओं में अधिक व्यस्त होता है. इस समय के दौरान अपनी मर्जी के काम की पूर्ति भी होती है. शिक्षा को लेकर उत्साह बना रहता है. छात्रों के लिए ये समय बेहतर होता है. इस समय प्रेम संबंधों पर भी अधिक ध्यान बना रहता है. नई मुलाकत ओर रिश्तों में नवीनता का समय होता है. दोस्तों से मुलाकात एवं नए दोस्तों को बनाने का समय होता है. 

चंद्रमा का छठे भाव में गोचर फल 

चंद्रमा का छठे भाव में गोचर व्यक्ति को नई चुनौतियों से रुबरु कराने वाला होता है. इस समय प्रतिस्पर्धा का दौर रहता है. व्यक्ति अपने कार्यों में अच्छी सफलता को पाने में सक्षम होता है. जीवन में नई घटनाएं घटती हैं. रोग विरोध जैसी बातें आप के जीवन पर भी असर डालने वाली होती है. लड़ाई-झगड़े और तर्क-वितर्क शुरू करने से भी बचना चाहिए. सामाजिक जीवन भी अधिक प्रेरक बनता है

चंद्रमा का सप्तम भाव में गोचर फल 

चंद्रमा का गोचर सातवें भाव में होने पर व्यक्ति के लिए नए संघर्ष की स्थिति सामने होती है लेकिन सफलता भी मिलती है. प्रेम और सहयोग का भी अच्छा समय होता है. व्यक्ति अपने लोगों के साथ अधिक नजदीकी संबंधों को पाता है. इस समय पर व्यक्ति अपने काम में किसी के सहयोग को पाता है. सामाजिक रुप से अधिक व्यस्त भी रहता है. यात्राएं बनी रहती हैं. 

चंद्रमा का अष्टम भाव में गोचर फल 

चंद्रमा के आठवें भाव में गोचर के चलते व्यक्ति अपने आस पास की चीजों को पहचान नहीं पाता है. भ्रम की स्थिति मानसिकता पर हावि रहती है.  निराशा की भावना विचारों में व्याप्त होती है. आँखों से संबंधित कुछ समस्याएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं. कुछ आर्थिक दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है. यात्रा करने के लिए भी यह कम ही अनुकूल होता है. सेहत से संबंधी परेशानियों के कारण चिकित्सक के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं. 

चंद्रमा का नवम भाव में गोचर फल 

नवम भाव में स्थित चंद्रमा का असर व्यक्ति को आध्यात्मिक क्षेत्र में उन्नती प्रदान करने वाला होता है. शत्रुओं को परास्त करने का साहस भी मिलता है. इस अवधि में व्यक्ति प्रसन्न और संतुष्ट रहता है. सेहत और रिश्तों में भी यह सुधार का समय होता है. इस समय पर बड़ों के मार्गदर्शन का लाभ मिलता है. दोस्त, रिश्तेदार और भाई-बहन हर समय साथ भी प्राप्त होता है. जीवनसाथी के साथ भी संबंध इस दौरान मधुर बने रह सकते हैं. 

चंद्रमा का दशम भाव में गोचर फल 

चंद्रमा का दसवें भाव में गोचर होने से काम काज को लेकर अधिक चिंता बनी रह सकती है. कार्य क्षेत्र में प्रगति के मौके होते हैं. इस समय अधिकारियों के साथ मेल जोल बढ़ सकता है. इस दौरान निवेश में आगे बढ़ने के कुछ अवसर अचानक से सामने आते हैं. खर्चा भी काफी बढ़ जाता है कुछ नए काम की शुरुआत के लिए भी समय विशेष होता है. परिवार में चहलकदमी बढ़ने लगती है. 

चंद्रमा का एकादश भाव में गोचर फल 

चंद्रमा के एकादश भाव में गोचर का प्रभाव व्यक्ति को अच्छे लाभ प्रदान करने वाला होता है. सफलता और प्रसिद्धि प्राप्त होने के मौके होते हैं. महत्वाकांक्षाएं बहुत तेजी से बढ़ती हैं. अपने प्रेम संबंधों में अच्छा समय देख पाते हैम. मित्रों के साथ ट्रैवलिंग का अवसर मिलता है. खर्चों की अधिकता के साथ कुछ अचानक से लाभ प्राप्त का अवसर भी मिलता है  

चंद्रमा का द्वादश भाव में गोचर फल 

चंद्रमा के बारहवें भाव में गोचर का प्रभाव कई मायनों में कमजोर होता है. इस समय पर कुछ स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं अधिक बढ़ सकती हैं. जीवन में कुछ दुख का अनुभव करता है. इस दौरान सहकर्मियों का अधिक सहयोग नहीं मिलता है.  कार्यक्षेत्र में आपका प्रदर्शन इस दौरान उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाता है. प्रतिष्ठा प्रभावित हो सकती है. पेट से जुड़ी कुछ समस्याएं जैसे अपच या मानसिक तनाव भी बना रहता है. सौदे अधिक लाभदायक नहीं हो पाते हैं.