कुम्भ राशि में गुरू के गोचर का तुला राशि पर प्रभाव (Impact of Jupiter’s Transit Into Aquarius on Libra Sign)

गुरु(बृहस्पति) का गोचर जिस भी राशि में होता है उस राशि के प्रभाव स्वरुप जातक पर ग्रहों का प्रभाव भी पड़ता है. कुम्भ राशि में गुरु का गोचर तुला जातकों के लिए कई मायने में जातक लिए शुभकारी रह सकता है क्योंकि यह जन्म राशि से पांचवें घर में जा रहा है. इसके प्रभाव से जीवन में हर तरफ से कामयाबी व खुशी का संकेत मिल सकता है.

तुला राशि के जातकों के लिए ये समय आध्यात्मिक और आत्मिक शुद्धि एवं बौद्धिक चेतना को विकास मिलता है. आप अपने मित्रों का सहयोग पा सकते हैं और कुछ नए दोस्त भी इस समय पर बनेंगे. कुछ यात्राओं को करने का मौका भी इस समयआपको मिल सकता है. यह एक बदलाव का समय जो आपके जीवन में लव रिलेशन, संतान, शिक्षा और आध्यात्मिक स्तर पर बदलाव देने वाला होगा.


आजीविका (Jupiter’s Transit and Business for Libra)

कुम्भ राशि में गुरू के आने से तुला राशि के जातकों के लिए ये गोचर, काम के क्षेत्र में अचानक से नए अवसर ला कर देने वाला होगा. जातक को नौकरी एवं व्यवसाय में कई अच्छे अवसर प्राप्त होने के संकेत मिलते हैं. अगर जातक प्रयास करता है तो अवसरों का पूरा पूरा लाभ उठा सकने में सफल होता है, जिससे करियर की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.

व्यक्ति चाहे तो नये कार्य की भी शुरूआत कर सकता है. आत्मविश्वास से ओत-प्रोत रहने के कारण इसमें भी आपको सफलता मिलेगी. सफलताओं के कारण लोगों से सम्मान प्राप्त होगा. काम-काज में प्रतिद्वंदियों के साथ विरोधाभास की स्थिति बनी रहने वाली है. संघर्ष अधिक हो सकता है. जो भी इस समय पुराने काम हैं वे अभी किसी के सहयोग से आगे भी बढ़ सकते हैं.


आर्थिक विषय (Jupiter’s Transit and Finance for Libra)

आर्थिक क्षेत्रों में भी इसके प्रभाव के कारण मजबूती आने के संकेत मिलते हैं. भाग्य का साथ मिलने के कारण लाभ के कई अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं. इस गोचर के प्रभाव स्वरुप इन दिनों चाहें तो निवेश भी कर सकते हैं. इन दिनों समझदारी पूर्वक किया गया निवेश बेहतर और फायदेमंद हो सकता है.

धनार्जन के क्षेत्र में नए बदलाव देने वाला हो सकता है. पैसों की प्राप्ति के लिए कार्यस्थल पर काम एवं अन्य चीजों का दबाव अधिक होने के कारण परेशानी और तनाव की स्थिति होने से अपने मनोकूल फल न मिल पाएं.

तनाव अधिक रहने की संभावना दिखाई देती है. इस समय कोई नया काम आरंभ करने से पूर्व थोड़ा सोच-विचार कर लेना अधिक उपयुक्त रह सकता है. चले आ रहे कामों में रुकावट के कारण परेशानी हो सकती है या कोई नया कार्य शुरु करने में भी किसी कारण से अटकाव को झेलना पड़ सकता है. मानसिक रुप से चिंताओं में अधिकता का समय भी रहता है. शोध से जुड़े कामों में लाभ भी मिल सकता है.

मेहनत अधिक होगी पर लाभ में अधिकता नही मिल पाए. कुछ यात्राओं के मौके मिलेंगे. भागदौड़ अधिक रहने वाली है. गुरुजनों के सहयोग से अपने लिए कुछ बेहतर मौके भी खोज सकते हैं. अचानक से धन खर्च भी बढ़ सकता है.


पारिवारिक (Jupiter’s Transit and Family for Libra)

इन दिनों परिवार में मांगलिक कार्य होने की संभावना बढ़ती है. अगर अविवाहित हैं और विवाह योग्य हो चुके हैं तो शादी की बात आरंभ हो सकती है और शादी भी संपन्न हो सकती है. निकट सगे सम्बन्धियों में भी किसी की शादी की संभावना बढ़ जाती है. दांपत्य जीवन में मन मुटाव दूर होने की उम्मीद दिखाई देती है. विवाहित है तो रिश्तों में नजदीकियां बढ़ सकती हैं.

संतान के इच्छुक दम्पत्ति हैं तो इन दिनों इनकी यह मुराद भी पूरी हो सकती है जिससे परिवार में खुशी कई गुना बढ़ सकती है. प्रेम संबंधों का आरंभ भी इस दशा में दिखाई देता है. परिवार में किसी नए सदस्य का आगमन भी हो सकता है. धार्मिक पक्ष इस समय मजबूती लिए होगा. इस समय ट्रैवलिंग पर जाने की प्लानिंग भी कर सकते हैं.


अन्य विषयों पर गुरू के घर परिवर्तन का प्रभाव

लम्बे समय से किसी रोग से परेशान रहे हैं तो यह गोचर स्वास्थ्य के सुधार में आशावादी रुख दिखाने वाला हो सकता है. धर्म व अध्यात्म के प्रति रूझान बढ़ता है. बड़े बुजु्र्गों से आशीर्वाद प्राप्त होता है. धार्मिक भावनाओं से प्रेरित होकर तीर्थयात्रा पर भी जा सकता हैं. विरोधियों पर आपकी जीत होगी. आदलती मामलों में फैसला आपके पक्ष में होगा.

यह गोचर परिश्रम में अधिकता लिए होने वाला होगा. आपकी भागदौड़ परिवार और खुद के लिए बहुत रहने वाली है. अपने भाई बहनों के साथ ट्रैवलिग के मौके भी मिलेंगे. अचानक से कुछ चीजों की प्राप्ति भी हो सकती है. किसी वरिष्ठ सदस्य की ओर से सुझाव मिल सकते हैं जो जातक के भविष्य के लिए सकारात्मक प्रभाव देने वाले होंगे. गुरु का तुला राशि के जातकों के लिए ये परिवर्तन


उपाय (Remedies)

गुरू के इस गोचर की शुभता को बनाये रखने के लिए गुरू मंत्र का जप करना लाभकारी रहेगा. भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना भी श्रेयकर होगा.

गुरु के उपाय के लिए विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ नियमित रुप से करना लाभदायक होगा.

किसी विष्णु मंदिर में हल्दी का दान करने से भी लाभ मिलेगा.


गुरु मंत्र - 'ॐ बृं बृहस्पते नम:' का नियमित रुप से प्रात:काल जाप करें.

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